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सुरों के शहंशाह मोहम्मद रफ़ी की 40वें पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

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मोहम्मद रफ़ी (24 दिसंबर 1924 - 31 जुलाई 1980) एक भारतीय पार्श्व गायक थे।  उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे महान और सबसे प्रभावशाली गायकों में से एक माना जाता है। रफ़ी उनकी आवाज़, बहुमुखी प्रतिभा और रेंज के लिए उल्लेखनीय थे; उनके गीत तेज़ पेप्पी नंबरों से लेकर देशभक्ति के गानों तक,  बेहद रोमांटिक गानों की उदास संख्या, कव्वालियों से लेकर ग़ज़लों और शास्त्रीय गीतों तक में शामिल थे। उन्हें अपनी आवाज़ को एक अभिनेता के व्यक्तित्व और शैली के लिए ढालने की क्षमता के लिए जाना जाता था, फिल्म में स्क्रीन पर गीत को लिप-सिंक करते हुए। उन्हें छह फिल्मफेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। 1967 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। २००१ में, रफ़ी को हीरो होंडा और स्टारडस्ट पत्रिका द्वारा "बेस्ट सिंगर ऑफ़ द मिलेनियम" के खिताब से सम्मानित किया गया था। 2013 में CNN-IBN के पोल में रफ़ी को हिंदी सिनेमा की सबसे महान आवाज़ के लिए वोट दिया गया था।

कैमूर में कोरोना से दरोगा की मौत, ग्रामीणों ने शव को दफनाने से किया इनकार।

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जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने मोहनियाँ में किया निरीक्षण।

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जिले में  कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के उद्देश्य  से  अनुमंडल अस्पताल मोहनिया, कल्याण छात्रावास, मोहनिया एवं सदर अस्पताल, भभुआ स्थित जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया l वर्तमान में भूपेश गुप्त महाविद्यालय, भभुआ में संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन हेतु रखा जा रहा है परंतु कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों  की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण कल्याण छात्रावास, मोहनिया में 50 बेड तथा सदर अस्पताल, भभुआ स्थित जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र में 50 बेड ऑक्सीजन सिलेंडर सहित आइसोलेशन की व्यवस्था की जा रही हैं l  हमारा उद्देश्य जिले में संक्रमित हो रहे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना और उन्हें जल्द से जल्द ठीक करना है l Information & Public Relations Department, Government of Bihar

26 जुलाई 2020 को भारत कारगिल विजय दिवस की 21 वीं वर्षगांठ मना रहा है ।

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२१ वाँ कारगिल विजय दिवस २०२०: कोरोनोवायरस महामारी के कारण, इस वर्ष समारोह के मौन रहने की संभावना है। 26 जुलाई को भारत कारगिल विजय दिवस की 21 वीं वर्षगांठ मना  रहा है । 1999 में इस दिन, भारत ने सभी उच्च चौकियों पर सफलतापूर्वक कमान संभाली। कारगिल विजय दिवस 2020: उद्धरण / देशभक्ति उद्धरण 1. "मैं एक सिपाही हूं। मैं वहीं लड़ता हूं जहां मुझे बताया जाता है, और मैं जहां लड़ता हूं वहां जीतता हूं।" 2. "या तो मैं तिरंगा फहराने के बाद वापस आऊंगा, या मैं इसमें लिपटा हुआ वापस आऊंगा लेकिन मैं निश्चित रूप से वापस आ जाऊंगा।" - कैप्टन विक्रम बत्रा 3. "यदि मैं अपने खून को साबित करने से पहले मौत को मारता हूं, तो मैं कसम खाता हूं कि मैं मौत को मार डालूंगा।" - लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे 4. विजय सस्ते में नहीं मिलती, हमें कुछ बायर्स को भी ले जाना पड़ा ... भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि। " - अमितेश सोढिया 5. "जहाँ तक मुझे पता है, वह अपने सपने में मेरी चूड़ियों की खनक सुन रही होगी, नवविवाहित लड़की गिड़गिड़ा रही थी। बहुत कम वह जानती थी कि बहादुर सैनिक का कान गोलियों की आव

21/07/2020 सूचना और जन-सम्पर्क विभाग, बिहार की आज की प्रमुख खबरें

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। राज्य के सभी अनुमंडलों में एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा प्रारंभ कर दी गयी है। साथ ही सभी महत्वपूर्ण अस्पतालों में सहयोग के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव टीम तैनात की गयी। यह मल्टी डिसिप्लीनरी टीम है, जिसमें प्रशासन और हॉस्पिटल के लोग हैं। इससे चिकित्सकों को सहयोग मिलेगा एवं अस्पतालों का प्रबंधन और अधिक बेहतर होगा एवं लोगों की शिकायतों का भी तत्काल निवारण किया जाएगा। इस सप्ताह के अंत तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा प्रारंभ कराने का लक्ष्य है ताकि कोई भी सिम्टोमैटिक व्यक्ति बिना किसी समस्या के अपनी इच्छानुसार निःशुल्क जांच करा सके।   👉 नेपाल एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर संभावित बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी संबंधित जिलाधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि गंडक नदी के जलश्राव वाले क्षेत्रों के निचले इलाकों में रहने

बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के निधन।

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मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल और बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लालजी टंडन एक लोकप्रिय राजनेता, कुशल प्रशासक व प्रख्यात शिक्षाविद थे। उनके निधन से राजनीति, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। सी.बी.पासवान ब्यूरो चीफ IGTN INDIA TEAM कैमूर

बनारस... ये वो जगह है जहाँ पर इंसान बड़े से बड़े सपने को जलते हुए, मिट्टी में खाक होते हुए देखता है...

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मुझे नहीं पता कि तुम किस शहर में रहते हो, किसी दिन बैग में एक-काद कपड़े रख के निकल पड़ो बनारस। कहतें हैं कि मुम्बई मायानगरी है जहाँ छोटे-छोटे इंसानों के बड़े बड़े सपने पूरे हुए हैं! पर बनारस... ये वो जगह है जहाँ पर इंसान बड़े से बड़े सपने को जलते हुए, मिट्टी में खाक होते हुए देखता है... एक चद्दर रख लेना साथ में या फिर बनारस सिटी स्टेशन के बाहर से 10 रुपये में बिकने वाली पन्नी ले लेना और पहुँच पड़ना सीधे मणिकर्णिका। ये वो जगह है जहां इंसानी लाशों के जलते हुए उजाले में सिर्फ और सिर्फ सच्चाई दिखाई देती है। एक रात के लिए भूल जाना कि तुम्हारे क्रेडिट कार्ड के लिमिट कितनी है, तुम्हारे डेबिट कार्ड में कितने पैसे पड़े हैं जिन्हें तुम अभी निकाल के 5 स्टार होटल बुक कर सकते हो, भूल जाना अपने पैरों में पड़े हुए जूते की कीमत या कलाई में टिक-टिक करती हुई घड़ी की कीमत और पन्नी बिछाकर बैठ जाना एक कोने में और देखना चुप चाप वहाँ का तमाशा। तुम्हें सिर्फ और सिर्फ सच दिखाई देगा। तुम देखोगे की कैसे वो लोग जिन्होनें अपनी जिंदगी सबकुछ भूलकर अपने सपनों को पूरा करने में बिता दी कैसे यहाँ औंधे मुँह पड़े हैं। वो लोग जो जिनक